उत्तर प्रदेश राज्य के मेरठ जिले में बाबा औंघड़नाथ का मंदिर छावनी क्षेत्र में स्थित है।
ओघड़नाथ शिव का यह मंदिर सिद्ध क्षेत्र कहलाता है।
यह मंदिर भगवान शिव का दिव्य मंदिर है।
इस स्थान पर प्राचीन काल से ही भगवान शिव जी की पूजा एवं आराधना होती आ रही है।
इस मन्दिर की स्थापना के सम्बन्ध में कोई निश्चित समय का पता नहीं चला है।
यह औघड़नाथ शिव मन्दिर एक अति प्राचीन सिद्धिपीठ है।
सिद्ध पीठ होने के कारण यहां भगवान् शिव के भक्त अधिक संख्या में आते है|
काली पल्टन मंदिर मेरठ Kali Paltan Temple Meerut
Oghadnath Shiv Mandir – Meerut
इस मंदिर की यह मान्यता है, कि इस मंदिर में शिवलिंग स्वयंभू रूप में विराजमान है।
यानि की यह शिवलिंग स्वयं भू गर्भ से निकलकर प्रतिष्ठित हुआ है।
भक्तों की मनोकामनाएं औंघड़दानी शिव स्वरूप जरूर पूरी करते है।
चूंकि यहां पर भगवान शिव स्वरूप के रूप में विद्यमान हैं, इस कारण इसे औंघडनाथ के नाम से जाना जाता है।
भगवान् शिव के इस मंदिर को काली पल्टन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
औघड़नाथ शिव मंदिर की स्थापना Establishment of Aughadnath Shiva Temple
ओघड़नाथ शिव मंदिर की स्थापना के बारे में कोई निश्चित समय का पता नहीं है, परन्तु जनश्रुति के आधार पर यह मंदिर प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से भी पूर्व के समय से भी पहले शहर और मंदिर के आस पास के लोगों के बीच धार्मिक श्रद्धा एवं पूजा स्थल के रूप में विद्यमान था।
वीर मराठाओं के इतिहास में अनेकों पेशवाओं की विजय यात्राओं में इस मंदिर का उल्लेख देखने को मिलता है,उस समय उनके द्वारा यहां पर भगवान शंकर की पूजा अर्चना की गयी थी।
1857 का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम इसी मंदिर से शुरू हुआ था इसलिए इस स्थान का भारत को स्वतंत्र करने में विशेष योगदान रहा है।
औघड़नाथ शिव मंदिर का जीर्णोद्धार Aughadnath Shiva Temple Renovation
वर्ष 1944 तक सेना के प्रशिक्षण केन्द्र से सटा हुआ था |
उस समय यहां पर एक शिव मंदिर और कुंआ ही नजर आता था।
आगे चलकर सन 2 अक्टूबर 1968 में ब्रह्मलीन ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य कृष्णबोधाश्रम जी महाराज द्वारा इसी स्थान पर नवीन मंदिर का शिलान्यास किया गया।
आज के समय में यह प्राचीन ओघड़नाथ शिव मंदिर कांवड़ियों की श्रद्धा का केन्द्र बन गया है।
जिसमे प्रति वर्ष लाखों कांवड़िये शिव मंदिर पहुँच कर बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक एवं पूजन करते हैं,
ऐसा करके शिव भक्त अपने को धन्य मानते हैं।
यह सब वे भगवान् को प्रसन्न करने के लिए करते है| जिससे भगवान् शिव उन पर अपनी कृपा बनाये रखे|
राधा कृष्ण मन्दिर, कालीपलटन Radha Krishna Temple, Kali Platan
Oghadnath Shiv Mandir – Meerut
ओघड़नाथ शिव मंदिर के उत्तर की ओर दूसरा मंदिर बनाया गया है जो की राधा-कृष्ण जी को समर्पित है,
इस मंदिर का शिखर भी ओघड़नाथ शिव मंदिर के शिखर के समान ही ऊँचा बनाया गया है।
राधा कृष्ण की मंदिर की परिक्रमा करते समय कई सुंदर चित्र बने हुए दिखाई देते हैं।
इस मंदिर के गर्भ गृह में राधा कृष्ण जी की बहुत ही आकर्षक एवं भव्य मूर्तियाँ स्थापित की गयी हैं।
इस मंदिर के गर्भ-गृह के बाहर एक बहुत बड़ा मण्डप बनाया गया है जिसमे बैठकर भक्त अपनी आराधना कर सकें।